कैसे की लोग ऊंचाइयों पर पहुंचकर कैसे भूल जाते हैं अपनो को ? कैसे की लोग ऊंचाइयों पर पहुंचकर कैसे भूल जाते हैं अपनो को ?
नयी नयी शादी में दिन कैसे निकल गये पता ही नहीं चला। नयी नयी शादी में दिन कैसे निकल गये पता ही नहीं चला।
कभी उन सपनों में मिलने की तड़प, कभी मिल कर भी कुछ ना कहने की झिझक कभी उन सपनों में मिलने की तड़प, कभी मिल कर भी कुछ ना कहने की झिझक
और मैं छोटी छोटी आंखे मिचका कर उसे कह रहा था लव यू यार। और मैं छोटी छोटी आंखे मिचका कर उसे कह रहा था लव यू यार।
यह सब सोच कर मीरा उठी और ललिता जी के लिए दवाइयाँ लेने चली गई। यह सब सोच कर मीरा उठी और ललिता जी के लिए दवाइयाँ लेने चली गई।
बसंत नए कपड़े नया सामान ला कर देता और नूरी उसे सहेज कर रख देती, कितना भी समझाओ समझती नहीं, दोनों ने ब... बसंत नए कपड़े नया सामान ला कर देता और नूरी उसे सहेज कर रख देती, कितना भी समझाओ सम...